परचून की पुड़िया पर आनंदी की मुस्कान देखकर आप भी शायद यही कहेंगे कि...जी चेहरा बिकता है...। शायद यही वजह है कि आजकल हर कोई फिल्म और टेलीविजन से जुड़कर काम करना चाहता है..क्योंकि काम भले न रह जाए ऐड तो मिल ही जाएंगे...। कुछ दिन पहले उर्मिला मातोंडकर को भी पताका चाय के ऐड में देखा था और फिर ये....हालांकि अविका गौड़ के परिपेक्ष्य में ये बात गलत है और उनके पास काम की कोई कमी नहीं है अब वो अलग बात है कि १६ की उम्र में वो सास-बहू वाले किरदार निभा रही हैं...। पर लोकल मार्केट में अविका के नाम का डंका है.....परचून की पुड़िया पर बस उनके चेहरे से ही बिक्री बढ़ गई है..बच्चे दुकानदार से कहते हैं, भइया मुझे आनंदी वाला चूरन दे दीजिए और फिर बैठकर हिसाब करते हैं कि किसके पास कितनी फोटु हो गई है..।
लेकिन ये ट्रेंड लोकल मार्केट में पैदा नहीं हुआ...आपको याद होगा,जिस वक्त रितिक रोशन ने डेब्यू किया था उस वक्त कोका-कोला कंपनी आधे लीटर की बोतल के साथ रितिक की एक कार्ड साइज़ फोटो देते थे...कोका-कोला का मार्केट प्लान अब बहते-तैरते लोकल बाजार में आ गया है...। परचून की दुकान पर आनंदी की फोटो से जहां इस लोकल पचनौल का मार्केट बढ़ा है वहीं...ये भी पता चलता है कि कि एक सीरियल ने अविका उर्फ आनंदी को कितना पाप्यूलर बना दिया है.....।
पचनौल के पाउच पर आनंदी की फोटो.....ये चेहरा आजकल गुमटी मार्केट की जान है...... |
ये चेहरा विदेशी जरूर है..पर कम पाप्यूलर कम नहीं है...। मेरे लिए तो रेसलिंग में कुछ ही नाम और कुछ ही चेहरे हैं जो पहचान पाती हूं...। बटिस्टा का ये पोस्टर नोएडा के एक चौराहे पर टंगा मिला...अच्छा मज़े बात ये है कि अगर किसी मस्क्युलर मैन को ही ब्राड अंबेसडर बनाना था तो खली को क्यों नहीं बनाया...? खैर अपना प्रोडक्ट अपना ब्रांड अंबेसडर...। लेकिन सोच के धनी इस पहलवान ने बटिस्टा के साथ खूब खेल किया है..बेचारे की हड्डी तोड़ कर उसे चौराहे पर टांग दिया है....। लेकिन इससे एक बात और भी साफ होती है कि अपने देश में विदेशी चेहरे आज भी उत्सुकता पैदा करते हैं...और जहां उत्सुकता है वहां रूचि है..और जहां रूचि है वहां खोज है...और फाइनली जहां खोज है..वहां मार्केट है...और मार्केट है तो खरीद-फरोख्त है....
और ये चेहरे उसका नमूना....उदाहरण......
8 comments:
nice blog... ittefaqan maine bhi apni zindagi ghazipur se shuru kar ke delhi/noida tak ka safar tay kiya hai... iss daramyan khanabadoshi bhi hamare hisse mein aayi...
http://imashwini.blogspot.com/search?q=ghazipur
भाई! हम इन सबसे अनजान ही रहते हैं कि क्या किस चैनल पर आ रहा है, खासकर ऐसे रद्दी चैनलों पर!
उसी तरह अपना खेल विभाग पूरा गड़बड़ है!
सुन्दर पोस्ट. हमें भी देख कर कमर में दर्द होने लगा.
विज्ञापनों का जमाना है।
बढिया पोस्ट।
गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं....
जय हिंद...वंदे मातरम्।
बाजार और चाल-चलन की यही गति है.
very nice written,,:)
greetings battkuchni.blogspot.com owner found your site via Google but it was hard to find and I see you could have more visitors because there are not so many comments yet. I have found website which offer to dramatically increase traffic to your site http://xrumer-services.net they claim they managed to get close to 4000 visitors/day using their services you could also get lot more targeted traffic from search engines as you have now. I used their services and got significantly more visitors to my website. Hope this helps :) They offer most cost effective services to increase website traffic Take care. Roberto
Post a Comment